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Tuesday, May 10, 2011

...जब परम्परा को तोड़ निकली बारात 
21 वी सदीं की कन्याएं वर्षों पुरानी मान्यताएं, परंपराओं को तोड़कर नए इतिहास रच रही है। ऐसा ही कुछ भिवानी, हरियाणा की रहने वाली मोनिका ने कर दिखाया है। गांव खापड़वास निवासी सतबीर पुत्री मोनिका ने सदियों से चली आ रही रीति-रिवाजों के विरूद्घ ऐसा कार्र्य किया है जिससे पूरे गांव क्या पूरे हरियाणा में एक नयी चेतना की लहर दौड़ गयी है। मोनिका ने अपनी शादी से एक पूर्र्व लड़कों की तरह सिर पर पगड़ी बांधी और वे सभी रस्में निभायी जो एक लड़का शादी के समय निभाता है। पहली पर घोड़ी पर सवार दुल्हन को देखने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। घोड़ी सवार दुल्हन को देखकर लोगों में अजीब से खुशी थी तो कुछ लोगों में खेद भावना भी थी। पुरुष वर्र्ग का एक तबका इसे अपने अधिकारों पर किए गए आघात के रूप में ले रहा है। गांव में रहने वाली अनेेक महिलाआं ने मोनिका के इस साहसिक कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना 50 साल  पहले होती तो आज देश में कन्याओं की कमी नहीं होती और लडकियों, महिलाओं को भी समाज में पूरा सम्मान मिल पाता। मोनिका के पति ने भी मोनिका के इस कदम की प्रशंसा की है। गांव के अनेक लोगों ने इस घटना को मोनिका के साहस, वीरता का परिचायक बताया है। समाज के बुद्घिजीवियों वर्ग का कहना है कि इस घटना के बाद अन्य कन्याओं में पुरुषों के समान 'शक्तिवान ' होने का विश्वास पैदा होगा। कुछ लोगों का कहना है कि इस घटना के बाद उन लोगों को सोचना चाहिए जो कन्या को संसार में आने से पहले ही उसकी हत्या कर देते है।